कलेक्टर श्री सिद्धार्थ जैन ने सोमवार को कलेक्ट्रेट के सभा कक्ष में आयोजित बैठक में हृदय अभियान की प्रगति की समीक्षा की।
बैठक में उन्होने निर्देश दिये कि गर्भवती महिलाओं का शतप्रतिशत पंजीयन किया जाए तथा स्कूल जाने योग्य सभी बच्चों को स्कूलों में प्रवेश दिलाएं और प्रयास किया जाए कि कोई भी बच्चा स्कूल जाने से छूटे नहीं।
उन्होने शिक्षा, स्वास्थ्य और महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि विभागीय अमले के माध्यम से एक बार फिर से गांव-गांव में विस्तृत सर्वे करें तथा ऐसे ग्रामीणों को चिन्हित करें, जो अभी तक शिक्षा, स्वास्थ्य व महिला बाल विकास विभाग की योजनाओं का लाभ अभी तक नहीं ले पा रहें हैं।
कलेक्टर श्री जैन ने कहा कि ऐसे परिवारों को शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण व टीकाकरण जैसी सभी सुविधाएं निःशुल्क उपलब्ध कराई जाएं।
*हाई रिस्क वाली गर्भवती महिलाओं के सुरक्षित संस्थागत प्रसव की व्यवस्था करें*
कलेक्टर श्री जैन ने बैठक में निर्देश दिये कि स्वास्थ विभाग द्वारा गर्भवती महिलाओं का गर्भावस्था के दौरान कम से कम तीन बार स्वास्थ्य परीक्षण किया जाए। हाई रिस्क वाली महिलाओं को पहले से ही चिन्हित कर उनके सुरक्षित प्रसव की व्यवस्था पहले से कर ली जाए।
उन्होने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिये कि गर्भवती महिलाओं में जिनकी समग्र आईडी नहीं है, उनकी आईडी बनवाएं तथा जिन महिलाओं के खाते बैंकों में नहीं खुले है, उनके खाते खुलवाए जाएं ताकि शासन की योजनाओं के तहत इन महिलाओं को दी जाने वाली राशि इनके खातों में जमा की जा सके।
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एच.पी. सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी श्री डी.एस. रघुवंशी, डी.पी.सी श्री बलवन्त पटेल के साथ-साथ ग्रामीण आजीविका मिशन, वन विभाग तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे।